प्रोबायोटिक्स क्या है – इसके उपयोग, फायदे और नुकसान | Probiotics Meaning in Hindi

प्रोबायोटिक्स क्या होते है : हमारें शरीर के अंदर पाचन तंत्र में हजारों की संख्या में विभिन्न प्रकार के बैक्टीरिया होते हैं। इनमें से कुछ लाभदायक होते है, जो हमारें शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली (Immune System) को मजबूती प्रदान करके स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में सहायक होते हैं।

Probiotics in Hindi

इनके अलावा कुछ अन्य हानिकारक बैक्टीरिया हमारी बॉडी में इम्यून सिस्टम को प्रभावित करते है और संक्रमण फैलाते हैं।

जो लाभदायक बैक्टीरिया होते है, वह अधिकतर आंतों में मौजूद होते है लेकिन अब बात है Probiotics की। जब भी हम इसका नाम सुनते है तो हमें समझ नहीं आता है कि आखिर यह है क्या और इसका काम क्या हैं।

बहुत से लोग प्रोबायोटिक्स का सेवन करते है और इसका लाभ भी लेते हैं। इनमें अधिकांश लोग वह होते है जो जिम जाते है और अच्छी डाइट लेते हैं। 

इसके अलावा बहुत से लोगो को इसके बारें में कुछ भी पता नहीं होता हैं। अगर आप भी इसके बारें में जानने के लिए यहाँ पर आए है तो चलिए विस्तार से जानते है कि, प्रोबायोटिक्स क्या होते है, कैसे काम करते है और इसके फायदे आदि क्या हैं।

प्रोबायोटिक्स क्या है ? | Probiotic Meaning in Hindi

यह एक विशेष प्रकार के खाद्य पदार्थ होते है, जिसमें जीवित जीवाणु (Bacteria) या सूक्ष्मजीव मौजूद होते हैं।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार Probiotics वे सूक्ष्मजीव होते है, जिसका सेवन करने पर हमारें शरीर में जरूरी तत्व सुनिश्चित हो जाते है और अच्छे जीवाणुओं की संख्या में वृद्धि होती हैं।

प्रोबायोटिक्स शरीर में अच्छे जीवाणुओं की वृद्धि कर पाचन क्रिया को बेहतर बनाते हैं।

यह ऐसे जीवित सूक्ष्मजीव होते है, जो प्राकृतिक रूप से हमारी आंतों में भी पाए जाते हैं। साथ ही साथ खाद्य पदार्थों में भी मौजूद होते हैं।

Probiotics दरअसल अच्छे बैक्टीरिया (जीवाणु) है जो हानिकारक बैक्टीरिया के विकास को बाधित कर हमारें पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं।

आमतौर पर हम बैक्टीरिया को बीमारियों का कारण मानते हैं। लेकिन हमारें शरीर में अच्छे और बुरे दोनो प्राकर के बैक्टीरिया अधिकता में होते हैं।

इन्ही अच्छे बैक्टीरिया में प्रोबायोटिक्स आते हैं जो हमारी बॉडी के लिए जरूरी होते हैं। इन्हें खाद्य पदार्थों के द्वारा भी लिया जा सकता है और सप्लीमेंट्स के रूप में भी लिया जा सकता हैं।

प्रोबायोटिक्स खाद्य पदार्थों में खमीर (Yeast), दही, अचार, डार्क चॉकलेट, केफिर, सेरक्रूट, टेम्पह और किमची आदि शामिल होते हैं।

प्रोबायोटिक्स के उपयोग | Probiotics Capsules Uses in Hindi

हमारी आंतों में रहने वाले कुछ हानिकारक बैक्टीरिया वहाँ पर संक्रमण फैला सकते हैं। हमारी आंतें मानो एक युद्ध क्षेत्र है, जहाँ पर अच्छे बैक्टीरिया और बुरे बैक्टीरिया अपना प्रभुत्व स्थापित करने के लिए लड़ते रहते हैं।

जब हमारें शरीर में अच्छे बैक्टीरिया की कमी हो जाती है तब बुरे बैक्टीरिया अधिक प्रभावशाली हो जाते हैं। ऐसे में हमें प्रोबायोटिक्स जीवाणुओं को खाद्य पदार्थों या सप्लीमेंट्स की मदद से लेना पड़ता हैं।

प्रोबायोटिक्स जीवाणु यह बुरे बैक्टीरिया से लड़ते है और हमारें पाचन तंत्र को मजबूत बनाए रखते हैं।

इनका मुख्य कार्य पाचन क्रिया को बेहतर बनाना होता हैं। इसके साथ ही यह हमारे इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने का काम करते है और पूरी बॉडी को संतुलन में रखते हैं। यह सप्लीमेंट मुख्यतः कैप्सूल्स के फॉर्म में उपलब्ध होते हैं।

यदि आप Probiotics के रूप में कैप्सूल्स या खाद्य पदार्थों का इस्तेमाल करते है, तो यह आपके बॉडी फंक्शनिंग को बेहतर बनाने का काम करते हैं। जैसे –

  • Digestion को बेहतर बनाना
  • सूक्ष्मजीवों के समुदाय को स्वस्थ बनाए रखना
  • Immune System को मजबूत करना
  • कोशिकाओं को बुरे बैक्टीरिया से बचाना
  • Absorption Rate को बेहतर बनाना
  • दवाइयों/मेडिसिन आदि को अच्छे से तोड़ना
  • सूक्ष्मजीवों की मात्रा में वृद्धि करना

इसप्रकार प्रोबायोटिक्स हमारें शरीर में विभिन्न प्रकार के कार्यों को सम्पन्न करने में सहायता करते हैं।

प्रोबायोटिक्स के फायदे/लाभ | Probiotics Benefits in Hindi

हमारें स्वास्थ्य के लिए Probiotics के सेवन के बहुत से लाभ हैं। इसके हेल्थ के दृष्टिकोण से कई सारे फायदे भी हैं। विभिन्न प्रकार के प्रोबायोटिक्स होते है जिनके लाभ भी अलग-अलग होते हैं।

तो चलिए कुछ पॉइंट्स की मदद से इसके फायदों के बारें में जानते हैं।

(1) यह आपके पाचन तंत्र में अच्छे जीवाणुओं (Good Bacteria) की मात्रा को संतुलित करने में मदद करते हैं।

(2) प्रोबायोटिक्स की मदद से हमारें इम्यून सिस्टम को मजबूती मिलती हैं।

(3) यह हानिकारक जीवाणुओं से लड़ते है और उनको नष्ट करने का काम करते हैं।

(4) रीसर्च के अनुसार यह आपके वजन को कम करने में भी मदद करते हैं। इनमें पाए जाने वाले लैक्टोबैसिलस और बिफिडोबेक्टेरिम लैक्टिस बैली फैट और मोटापे को कम करने में सहायक होते हैं।

(5) Probiotics सूजन को कम करते है, जो कई बीमारियों का प्रमुख चालक होता हैं।

(6) रीसर्च के अनुसार यह डिप्रेशन और Anxiety को दूर करने में सहायक होते हैं।

(7) यह हमारें स्किन सम्बन्धी समस्याओं जैसे – Acne, Rosacea और Eczema आदि को दूर करने में मददगार होते हैं।

(8) प्रोबायोटिक्स ब्लड कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर दोनो को नियंत्रित करने में हेल्प करते हैं।

(9) यह एलर्जी को दूर करने में मदद करते है और साथ ही साथ पेट के विकारों को दूर करते हैं।

इसप्रकार नियमित रूप से सीमित मात्रा में इसका सेवन करना बहुत ही फायदेमंद होता हैं। आवश्यकता से ज्यादा प्रोबायोटिक्स का सेवन करना स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को बुलावा दे सकता हैं।

प्रोबायोटिक्स के नुकसान/हानि | Probiotics Side Effects in Hindi

आमतौर पर प्रोबायोटिक्स को सुरक्षित और उपयुक्त माना जाता हैं। अधिकांश लोग इसे इस्तेमाल करते है और इसके बेहतर परिणाम को देखते हैं।

फिर भी कुछ फीडबैक और स्टडीज से ज्ञात हुआ है कि कई मायनों में इसके नुकसान देखने को मिल सकते हैं। जैसे –

  • पेट की गैस
  • पेट-दर्द
  • सीने में जलन
  • एब्स में दर्द
  • ब्लोटिंग
  • डायरिया

यह सभी समस्याएं जिनका आधार ज्ञात नहीं किया जा सकता हैं। हालांकि बहुत कम ही लोगों को इसके दुष्प्रभाव देखने को मिलते हैं।

यह भी पढें – Creatine के फायदे और नुकसान

प्रोबायोटिक्स का इस्तेमाल या उपयोग कब और कैसे करते हैं ? | Probiotics Uses in Hindi

इसे आप दवाइयों या सप्लीमेंट्स के रूप में ले सकते हैं। इसके सेवन से पहले आपको किसी अच्छे चिकित्सक की सलाह जरूर लेनी चाहिए।

सामान्यतः प्रोबायोटिक्स का उपयोग या इस्तेमाल करना सुरक्षित माना जाता हैं।

आप इसे मार्केट से कैप्सूल या टेबलेटऔर सप्लीमेंट्स के रूप में खरीद सकते है और सेवन कर सकते हैं। मार्केट में इसके ड्रिंक्स भी उपलब्ध होते हैं।

प्रोबायोटिक्स सप्लीमेंट्स लेने का सबसे सही समय होता हैं – सुबह (खाली पेट)

इसे इस्तेमाल करने के लिए आपको डेली 1 टेबलेट सुबह खली पेट लेनी चाहिए।

यदि आप Probiotics को नेचुरल फूड (दही, अचार आदि) से लेना पसन्द करते है तो आपको इसे खाने के साथ लेना चाहिए।

प्रोबायोटिक्स के सेवन की सावधानियां | Safety Information of Probiotics Uses in Hindi

  • गर्भवती या स्तनपान कराने वाली महिलाओं द्वारा Probiotics का सेवन बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए।
  • यदि आप किसी अन्य दवाईओं का सेवन कर रहे है तो सबसे पहले आपको चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए और उसके बाद ही इसका इस्तेमाल करना चाहिए।
  • अगर आपको किसी भी प्रकार की एलर्जी है तब भी आपको प्रोबायोटिक्स के सेवन से दूर रहना चाहिए।
  • इसके साथ ही बच्चों को इसके इस्तेमाल की कोई जरूरत नहीं हैं। बच्चों को इससे दूर रखें।

निष्कर्ष – प्रोबायोटिक्स जीवित सूक्ष्मजीव है जो पर्याप्त मात्रा में सेवन करने पर हेल्थ को बढ़ावा देते हैं। इन्हें नेचुरल फूड से भी प्राप्त किया जा सकता है और सप्लीमेंट्स के माध्यम से भी लिया जा सकता हैं।

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